KR-64 Cotton : किसानों को इस बार भी ब्लैक में मिलेगा KR-64 देसी कपास का बीज ? देशी कपास के किसानों की बढ़ी चिंताएं
KR-64 Cotton: Will farmers get KR-64 desi cotton seeds in black this time also? Concerns of local cotton farmers increased

KR-64 Cotton : किसानों को इस बार भी ब्लैक में मिलेगा KR-64 देसी कपास का बीज ? देशी कपास के किसानों की बढ़ी चिंताएं
खेत खजाना : चंडीगढ़, 23 फरवरी 2025, किसान भाइयों जैसा की आप भली भांति जानते है की फिलहाल सरसों और गेंहू का सीजन अंतिम पड़ाव में चल रहा है । ऐसे में किसान भाई गेहूं सरसों की हार्वेस्टिंग के बाद अगली फसल यानी कपास की खेती की तरफ रुख करने वाले है। इसलिए किसान भाई अभी से ही देशी कपास की वैरायटी के बारे में खोजबीन करना शुरू कर रहे है हालांकि अभी कपास की बुवाई का सीजन शुरू नहीं हुआ है। जैसे ही गेहूं व सरसों की कटाई शुरू हो जाती है ठीक उसके तुरंत बाद किसान नरमा-कपास की बुवाई करना शुरू कर देंगे । ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की क्या उनको इस बार भी कपास की वेरायटी के लिए फिर से कोई परेशानी का सामना करना पड़ेगा ?

किसान भाइयों देशी कपास की खेती में अधिक उत्पादन व अधिक मुनाफा लेने के लिए KR-64 वेरायटी को सबसे बेस्ट व उन्नत वेरायटी के रूप में माना जाता है । यही कारण है की किसानों को कपास की बुवाई शुरू करने से पहले ही KR-64 वेरायटी को खरीदने के लिए बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है । क्योंकि पिछले कई वर्षों से किसानों को KR-64 वेरायटी समय पर नहीं मिल पा रही है । ऐसे में किसान KR-64 नहीं मिलने पर किसी अन्य वेरायटी या फिर किसी नकली वेरायटी के झांसे में आ जाते है और उसकी बुवाई कर देते है। जिससे किसानों भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है । क्या इस बार भी किसानों को KR-64 ब्लेक में मिलेगा या फिर शक्तिवर्धक कंपनी KR-64 की वैरायटी किसानों को आसानी से मिल जाएगी ? ये सबसे बड़ा किसानों के लिए चिंता का विषय है ।

किसान भाइयों कुछ ही समय बाद खरीब सीजन की फसलों का बोलबाला शुरू होने वाला है । खरीफ सीजन में नरमा-कपास की फसल को मुख्य माना जाता है । हालांकि पिछले कई सालों से कपास की खेती करने वाले किसान डरे हुए है क्योंकि मार्केट में खराब व नकली क्वालिटी के बीज मार्केट में आने की वजह से कपास की फसल में गुलाबी सूँडी ने अपना घर कर लिया है जिसकी वजह से किसानों को भारी से भारी नुकसान को झेलना पड़ रहा है । जबकि पिछले सीजन में कपास की फसल में गुलाबी सूँडी का इतना प्रकोप नहीं देखा गया था । फिर भी इस बार किसानों को गुलनी सूँडी का प्रकोप होने का डर जरूर रहेगा ।

किसान भाइयों इस बार देशी कपास की बुवाई को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है की क्या इस बार किसानों KR-64 का बीज ब्लेक में मिलेगा ? KR-64 को लेकर बाजार में अभी से ही अफवाहों का चलना शुरू हो गया है । की इस बार भी किसानों को देशी कपास KR-64 नहीं मिलेगा । अगर किसानों को मिलेगा तो वो भी ब्लेक में ही मिलेगा । इस बात में कितनी सच्चाई है इसके बारे में अभी से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है । हालांकि शक्तिवर्धक कंपनी की तरफ से अभी से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है । जैसे ही कंपनी की तरफ से कोई एडवाइजरी जारी होती है तो वो आपके समक्ष भेज दी जाएगी । जब तक किसान भाई इन अफवाहों पर ध्यान न दें ।